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Nextनई दिल्ली। कैंसर का सटीक इलाज खोजने की कोशिशों में जुटे वैज्ञानिकों को डेफोडिल फूल से कुछ राहत मिली है। इस फूल में पाए जाने वाले प्राकृतिक तत्व अल्कालॉयड में कैंसररोधी गुण होने का पता चला है। इस अध्ययन के आधार पर विशेषज्ञों ने डेफोडिल के रस से कैंसर के इलाज में मदद मिलने की उम्मीद जताई है।
बेल्जियम की यूनिवर्सिटी लिबरे डी ब्रुसेल्स में हुए इस शोध में विशेषज्ञों ने डेफोडिल में मौजूद कैंसररोधी तत्व हेमेंथामाइन नाम के अल्कालॉयड की पहचान की। प्रमुख शोधकर्ता डेनिस लेफोंटेन ने कहा कि यह तत्व ट्यूमर की बढ़त में मददगार कारकों को नियंत्रण से बाहर जाने से रोकता है। हेमेंथामाइन राइबोसोम पर नियंत्रण करता है। दरअसल राइबोसोम एक नैनोमशीन की तरह काम करते हैं, जो हमारे प्रोटीन का संश्लेषण कर कोशिकाओं को जीवित रहने में मदद करते हैं।
बेरोक-टोक बढ़त के लिए कैंसर कोशिकाएं प्रोटीन के संश्लेषण की बढ़ी हुई दर पर निर्भर रहती हैं। स्ट्रक्चर पत्रिका में छपे शोध में कहा गया है कि हेमेंथामाइन राइबोसोम के द्वारा प्रोटीन के उत्पादन को रोकता है, जिससे कैंसी की बढ़त रुकती है।